Friday, September 8, 2017

अकेले शेर - 6

उड़ते-उड़ते बादल पे सवार हो गए
पानी की सतह थी बौछार हो गए

उसने गोया भरी महफ़िल में हमें
ऐसे देखा के जैसे पार हो गए

No comments:

Post a Comment