Friday, September 21, 2018

अकेले शेर - 22

दिल ने फिर से कर दी इक अय्यारी है
शायद पूरी मरने की तय्यारी है

मुझको इश्क़ दोबारा हो चला है
मुझको एक जानलेवा बीमारी है

No comments:

Post a Comment