Thursday, September 20, 2018

अकेले शेर - 21

मेरी दास्तान-ए-ज़िन्दगी की बस यही तस्वीर है
मैं तेरा किरदार हूँ पर तू मेरी तहरीर है

इस दास्ताँ में चल रहीं हैं दो कहानियाँ बराबर
इक मेरी ताबीर है और इक तेरी तक़दीर है

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