Emotional Hallucination
A tryst with... life.
Monday, June 18, 2018
अकेले शेर - 12
खुशबू खुशबू बहता है
पुष्प इत्र को सहता है
मैं तो बांस का कासा हूँ
दरिया क्यूँ मुझमें रहता है
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